How To Detect Avoid Pakistani Hackers Targeting Indian Android Users

पाकिस्तानी हैकर्स ग्रुप भारतीय स्मार्टफोन यूजर्स को टारगेट कर रहे हैं। सामने रही रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स के फोन में वायरस भेजकर उनके फोन के जरिए सीमावर्ती इलाकों की निगरानी की जा रही है। Pakistani hackers groups are targeting Indian smartphone users. According to the reports coming out, the border areas are being monitored through the users' phones by sending viruses to their phones.

पाकिस्तान हमेशा आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिश में लग रहा है तथा उनकी यह कोशिश लगातार जारी है. एक नए डेवलपमेंट में पाकिस्तान फोन को एक जरिया बनाना शुरू कर दिया है तथा भारतीय यूजर्स के फोन में घुसने की कोशिश में है। इसके लिए पाकिस्तान समर्थित हैकर्स ग्रुप ट्रांसपेरेंट ट्राइबर (Transparent Triber) ने खतरनाक वायरस केपरा रैट(रिमोट एक्सेस ट्रोजन)(CapraRAT(Remote Access Trojan) का सहारा लिया है।

Pakistani hackers targeting Indian citizens

"ट्रांसपेरेंट ट्राइबर"(Transparent Triber) हैकर समूह का पाकिस्तान और भारत दोनों में राजनयिक और सैन्य कर्मियों को निशाना बनाने का इतिहास रहा है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने मालवेयर कैप्रा रेटCapraRAT को एक आक्रामक उपकरण के रूप में वर्णित किया है जो हैकर्स को एंड्रॉइड स्मार्टफोन पर लगभग सभी डेटा पर नियंत्रण प्रदान करने की क्षमता रखता  है।

अमेरिका स्थित प्रसिद्ध साइबर सिक्योरिटी रिसर्च एजेंसी SentinelOne(सेंटिनल वन) की हाल में आई रिपोर्ट के मुताबिक, मोबाइल मालवेयर केपरारैट(रैट=रिमोट एक्सेस ट्रोजन) CapraRAT(RAT=Remote Access Trojan) एक खतरनाक वायरस है, जिसके जरिए पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले भारतीय नागरिकों सेना के अधिकारियों कर्मचारियों समाज सेवियों सामान्य नागरिकों की  निगरानी की जा रही है।

 

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CapraRAT एक एंड्रॉइड फ्रेमवर्क है जो किसी अन्य एप्लिकेशन के भीतर RAT सुविधाओं को छुपाता है। ये एप्लिकेशन Google Play Store पर उपलब्ध नहीं हैं, जिससे हैकर्स उपयोगकर्ताओं को उन्हें अपने डिवाइस पर साइडलोड करने के लिए लुभाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। ट्रांसपेरेंट ट्राइब हैकर्स इन नकली एंड्रॉइड ऐप्स को स्व-संचालित वेबसाइटों के माध्यम से भी प्रसारित करते हैं।

सेंटिनलवन के अनुसार, CapraRAT टूलसेट का उपयोग स्पीयर-फ़िशिंग लक्ष्यों के विरुद्ध निगरानी गतिविधियों के लिए किया गया है, विशेष रूप से कश्मीर के विवादित क्षेत्र से संबंधित मामलों में शामिल लोगों और पाकिस्तान से संबंधित मामलों पर ध्यान केंद्रित करने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के लिए।

पाकिस्तानी हैकर्स इस वायरस के जरिए खास तौर पर कश्मीर में रहने वाले Android स्मार्टफोन यूजर्स को टारगेट कर रहे हैं। हाल के दिनों में Trend Micro की रिसर्च टीम ने बताया है कि CapraRAT मुख्य तौर पर एंड्रॉइड सोर्स कोड पर आधारित होता है। ऐसे में iOS यानी iPhone यूजर्स को इससे खतरा नहीं है। भारत में Android यूजर्स की संख्यां iOS के मुकाबले काफी ज्यादा है। पाकिस्तान समर्थित यह हैकर ग्रुप भारत और पाकिस्तान के मिलिट्री और डिप्लोमैटिक अधिकारियों को पहले भी टारगेट कर चुका है।

 

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एंड्राइड यूजर्स को कर रहे टारगेट Targeting Android users

साइबर सिक्योरिटी रिसर्च टीम के रिसर्चर अलेक्स डेलमोट के मुताबिक, CapraRAT एक शक्तिशाली टूल है, जिसके जरिए Android यूजर्स के फोन का डेटा कंट्रोल किया जा सकता है। यह टूल इसलिए भी खतरनाक है, क्योंकि यह किसी अन्य ऐप में कोडिंग के जरिए RAT(Remote Access Trojan) को छिपा सकता है। इसकी वजह से यूजर्स को इस वायरस के छिपे होने की भनक तक नहीं लगती है। रिपरो्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी हैकर्स ग्रुप Transparent Tribe ने इस वायरस को गूगल प्ले स्टोर की फर्जी वेबसाइट (Bogus Google Play Store) के जरिए यूजर्स के स्मार्टफोन में इंजेक्ट करना शुरू कर दिया है।

यही नहीं, हैकर्स ने गूगल प्ले स्टोर के अलावा अन्य माध्यमों जैसे कि सोशल प्लेटफॉर्म्स, सोशल चैनल्स, सेल्फ रन वेबसाइट आदि के जरिए भी इसे फैलाना शुरू कर दिया है। यूजर्स को हैकर्स ऐप्स के APK फाइल्स की लिंक भी भेज रहे हैं, ताकि वायरस इंफेक्टेड ये ऐप्स यूजर के फोन में इंस्टॉल हो सके। इसके लिए हैकर्स लोकप्रिय फिशिंग तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें यूजर्स को लुभावने ऑफर्स के जरिए फंसाया जा रहा है।

रिसर्च ग्रुप के मुताबिक, नीचे दिए गए सोर्स कोड्स यूजर्स के डिवाइस में मिल रहे हैं।

com.Base.media.service
com.moves.media.tubes
com.videos.watchs.share

 

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हैकर्स इस तरह कर रहे एंड्राइड यूजर्स की एक्टिविटी ट्रैक Hackers are tracking the activity of Android users in this way

यूजर्स के माइक्रोफोन के साथ-साथ फ्रंट और रियर कैमरा के जरिए आसपास नजर रखा जा रहा है।

इसके अलावा यूजर्स के SMS और मल्टीमीडिया मैसेज के कॉन्टेंट के साथ-साथ कॉल लॉग भी देखी जा रही है।

यही नहीं, इस वायरस के जरिए यूजर के स्मार्टफोन से SMS भेजा जा रहा है और इनकमिंग SMS को ब्लॉक किया जा रहा है।

ऑटोमैटिक फोन कॉल्स किया जा रहा है।

यह वायरस स्क्रीनशॉट भी कैप्चर कर सकता है।

– GPS और नेटवर्क के जरिए ट्रैक किया जा सकता है।

फोन के फाइल सिस्टम को भी मोडिफाई किया जा सकता है।

 

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"ट्रांसपेरेंट ट्राइबर"(Transparent Triber) हैकर्स से  कैसे बचें? How to avoid "Transparent Triber" hackers?

Android यूजर्स इस खतरनाक वायरस"ट्रांसपेरेंट ट्राइबर"(Transparent Triber) से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरते -

(1) किसी भी अनजान नंबर से आने वाले कॉल्स, को स्वीकार करें तथा ऐसे नंबर को तुरंत ब्लॉक करें

(2) कभी भी अनजान स्रोत से आने वाले मैसेज आदि को ना खोलें इसे इग्नोर कर दे तथा भेजने वाले को तुरंत ब्लॉक करें

(3) ईमेल, एसएमएस, अथवा किसी भी अन्य तरीके से प्राप्त लिंक पर भूल कर भी क्लिक करें.

(4) अविश्वसनीय स्रोत से प्राप्त ईमेल को कभी ना खोलें तथा भेजने वाले को तुरंत ब्लॉक करें.

(5) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मिलने वाले किसी भी ऑफर, आदि के झांसे में आएं तथा भेजने वाले को तुरंत ब्लॉक करें.

(6) अपने फोन में केवल वेरिफाइड ऐप्स स्रोत जैसे कि गूगल प्ले स्टोर, एप्पल एप स्टोर के अलावा कहीं से भी कोई ऐप्स डाउनलोड ना करें।

(7) फोन की सेटिंग्स में जाकर ‘Install From Unknown Sources’ वाले ऑप्शन को भूलकर भी ऑन करें। अगर पहले से ही ऑन है तो इसे ऑफ कर दे

(8) अपने एप्स की लिस्ट चेक करें और अगर आपको कोई ऐसा ऐप दिखाई देता है जो आपने डाउनलोड और इंस्टॉल नहीं किया तो उसे तुरंत डिलीट करें.

(9) जब आप यात्रा कर रहे हो तो आम तौर पर पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल कर लेते हैं. पब्लिक वाई-फाई बहुत ही खतरनाक साबित हो सकती है इसलिए कभी भूलकर भी पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करें.

(10) यात्रा करते समय कभी हमारा फोन डिस्चार्ज हो जाता है तो हम इसे पब्लिक चार्जर पर कुछ शुल्क देकर रिचार्ज कर लेते हैं आपकी यह कार्यवाही बहुत घातक साबित हो सकती है इसलिए यात्रा के दौरान अपना फोन सावधानी से उपयोग करें तथा पब्लिक चार्जर पर फोन रिचार्ज करने से बचकर रहे.

तो यह थी How To Detect Avoid Pakistani Hackers Targeting Indian Android Users की राम कहानी जो हमने आपकी सेवा में प्रस्तुत की। आशा करते हैं कि हमारा प्रयास आपको पसंद आया होगा ।कृपया हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब करें हमारी पोस्ट को अपने मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें अपनी राय हमें कमेंट के जरिए दें हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए धन्यवाद। अगर आप हमसे कुछ और पूछना चाहते हैं या हमसे संपर्क करना चाहते हैं तो हमारी पोस्ट पर कमेंट करके या हमारी वेबसाइट के होम पेज पर मौजूद कांटेक्ट फार्म का इस्तेमाल करके हमसे संपर्क कर सकते हैं अगर आप हमसे संपर्क करेंगे तो हमें बहुत प्रसन्नता होगी नमस्कार धन्यवाद आपका दिन शुभ हो

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